इंदौर की महू तहसील में श्रद्धा, भक्ति और उत्साह का अद्भुत संगम उस समय देखने को मिला जब भौरासला स्थित नवनिर्मित जितेश्वर महादेव मंदिर में शिव परिवार की प्राण प्रतिष्ठा का महोत्सव प्रारंभ हुआ। इस शुभ अवसर पर 1501 मातृशक्तियों ने सजे-धजे कलश के साथ भव्य यात्रा निकाली, जिससे पूरा क्षेत्र भक्तिमयी हो गया।
कलश यात्रा में उमड़ा जनसैलाब, हुआ ऐतिहासिक स्वागत
लवकुश चौराहे से शुरू होकर मंदिर परिसर तक पहुंची यह यात्रा जैसे-जैसे आगे बढ़ी, श्रद्धा की लहरें तेज होती गईं। मार्ग में जगह-जगह सजे मंचों से पुष्पवर्षा और ढोल-नगाड़ों के साथ यात्रा का भव्य स्वागत किया गया। महिलाएं सिर पर कलश रखे, पारंपरिक परिधानों में सजीं, भजनों की मधुर धुनों पर झूमती हुईं चल रही थीं। ऐसा दृश्य था मानो स्वर्ग धरती पर उतर आया हो।
शिव परिवार की प्रतिमाओं का मंत्रोच्चार के साथ हुआ पूजन
कलश यात्रा के बाद मंदिर परिसर में वेद मंत्रों की गूंज के बीच शिव परिवार की प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा का पूजन प्रारंभ हुआ। गुरुदेव पं. गोपाल शास्त्री के सानिध्य में अनुष्ठान संपन्न हो रहा है। पंचकुंडीय श्री रुद्र महायज्ञ में यजमानों द्वारा आहुतियां समर्पित की गईं।
तीन दिन तक चलेगा आध्यात्मिक अनुष्ठान
महोत्सव के अंतर्गत तीन दिवसीय अन्नाधिवास, जलाधिवास और पुष्पाधिवास का आयोजन किया गया है। इस दौरान मंदिर परिसर में दिव्यता और भक्ति का अद्वितीय वातावरण बना हुआ है।
शास्त्रीजी का संदेश
श्री शास्त्री ने अपने प्रवचन में कहा कि “देवता की पूजा स्वयं देव बनकर की जाती है। यज्ञ को साक्षात भगवान विष्णु का स्वरूप माना गया है।” यह आयोजन सिर्फ एक धार्मिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि सामाजिक एकता, महिला सशक्तिकरण और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक बन गया है।
राजनीतिक और सामाजिक हस्तियों ने बढ़ाया आयोजन का गौरव
इस दिव्य यात्रा में कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट, विधायक उषा ठाकुर, विधायक गोलू शुक्ला, चिंटू सिलावट, राजू ठाकुर, पप्पू शर्मा, गोलू पंडित, ऋषि भदौरिया, अनोखे चौधरी, दिनेश मालवीय, विवेक सहित अनेक जनप्रतिनिधियों और गणमान्य नागरिकों ने सहभागिता की।