मध्यप्रदेश की राजनीति में अब एक ओर रोमाचंक मोड़ देखने के मिला है जब ज्योतिरादित्य सिंधिया का कद प्रदेश की राजनीति में भी बढ़ गया है। भाजपा में शामिल होने के बाद अधिकत्तर कांग्रेसजन यह अनुमान लगाते रहते थे कि सिंधिया की मध्यप्रदेश की राजनीति में कोई पूछ परख नहीं होगी लेकिन हालहिं में ज्योतिरादित्य सिंधिया के कहने पर ग्वालियरृ मुरैना सहित चंबल के की इलाकों को बायपास की सौगात मिली है। इस बायपास निर्माण की मांग सिंधिया ने नीतिन गड़करी से की थी। इसके बाद हालहिं में नीतिन गड़करी ने सड़क निर्माण का प्रस्ताव पास कर दिया है। माना यह भी जा रहा है कि यहां मराठावाद चलाया गया है जिसके चलते नीतिन गड़करी ने सिंधिया की बात जल्द ही मानते हुए ग्वालियरवासियो को सौगात देदी खैर जो भी हो लेकिन इससे ग्वालियर सहित चंबल बेल्ट में विकास की नई गाथा लिखने की शुरूआत हो गई है।
तेजी से कार्य करने के लिए मशहुर है नीतिन गड़करी
केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी अपनी तेज़ी से काम करने की शैली के लिए हमेशा मशहूर रहे हैं। हाल ही में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उनसे मुलाकात की और एक महत्वपूर्ण मांग रखी, जिसे नितिन गडकरी ने मंजूरी दे दी। जैसे ही सिंधिया की यह इच्छा पूरी हुई, उन्होंने गडकरी का आभार व्यक्त किया। सिंधिया ने कहा, “आपने मेरे अनुरोध को स्वीकार किया है, इसके लिए मैं आपका आभारी हूं।” इस निर्णय से न केवल ग्वालियर बल्कि पूरे चंबल क्षेत्र को भी बड़ा फायदा होने वाला है।
ग्वालियर जिले को एक महत्वपूर्ण सौगात
असल में, नितिन गडकरी ने ग्वालियर जिले को एक महत्वपूर्ण सौगात दी है – 28.516 किमी लंबा एक्सेस कंट्रोल्ड 4-लेन बाईपास रोड। इस बाईपास की स्वीकृति पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गडकरी का धन्यवाद करते हुए लिखा, “नितिन गडकरी का हृदय से आभार, जिन्होंने मेरे अनुरोध पर ग्वालियर के पश्चिमी हिस्से में इस बाईपास के निर्माण के लिए 1347.6 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी। यह परियोजना ग्वालियर और चंबल क्षेत्र के विकास को नई दिशा देगी, आम जनता को यात्रा में सहूलियत मिलेगी और क्षेत्रीय प्रगति को गति मिलेगी।”
यह बाईपास लंबे समय से आवश्यक था, और इसके बनने के बाद ग्वालियर चंबल में ट्रैफिक में कमी आएगी। यात्रियों को आने-जाने में सुविधा होगी। यह बाईपास आगरा-ग्वालियर एक्सप्रेसवे से भी जुड़ेगा, जिससे न सिर्फ ग्वालियर, बल्कि मुरैना और आसपास के क्षेत्रों को भी इसका पूरा लाभ मिलेगा। चंबल अंचल में कनेक्टिविटी का स्तर बढ़ेगा, और यात्रा को ज्यादा सुगम बनाएगा।
सिंधिया ने रखा था प्रस्ताव
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि जनवरी 2024 में उन्होंने दिल्ली में नितिन गडकरी से मुलाकात की थी, जहां इस बाईपास को मंजूरी देने की मांग की गई थी। सिंधिया ने उस वक्त बाईपास के लिए बजट और समयबद्ध स्वीकृति की बात की थी, जो अब पूरी हो गई है। इस सड़क परियोजना से ग्वालियर और मुरैना जिलों को सबसे ज्यादा फायदा होने वाला है।
ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के विकास में अपनी सक्रियता के लिए मशहूर सिंधिया ने पिछले साल अगस्त में भी नितिन गडकरी से मिलकर इस बाईपास की आवश्यकता पर जोर दिया था। सिंधिया ने खुद एक रोडमैप तैयार किया था, जिसमें उन्होंने सड़क की अहमियत को समझाया था। इस विकास कार्य के लिए उनका प्रयास लगातार जारी है, ताकि इस क्षेत्र को नए विकास की दिशा में अग्रसर किया जा सके। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और ज्योतिरादित्य सिंधिया के मिलकर किए गए इस प्रयास से ग्वालियर-चंबल क्षेत्र की यातायात व्यवस्था और विकास में एक नई शक्ति का संचार होगा।