हर साल 19 अप्रैल को मनाया जाने वाला World Liver Day हमें याद दिलाता है कि हमारा लिवर भी एक साइलेंट हीरो है – जो चुपचाप 500 से ज्यादा फंक्शन्स करता है, लेकिन एक बार बीमार हो जाए तो सब कुछ गड़बड़ा सकता है। इस दिन का मकसद है – लोगों को लिवर हेल्थ के प्रति जागरूक बनाना और उन्हें एक बेहतर, हेल्दी जीवन की ओर प्रेरित करना।
एक ऐसा है ट्रायंगल
मोटापा, डायबिटीज और फैटी लिवर, जो न सिर्फ सेहत को धीरे-धीरे अंदर से कमजोर करता है, बल्कि गंभीर बीमारियों का भी कारण बन सकता है। और इसी अहम मुद्दे पर World Liver Day 2025 के मौके पर हम गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट से मिली जानकारी साझा कर रहे है।
बढ़ रही फैटी लिवर की समस्याएं
मोटापा सिर्फ वजन का बढ़ना नहीं है, यह असल में एक मेटाबॉलिक डिसऑर्डर है, जो शरीर में हॉर्मोनल असंतुलन और सूजन पैदा कर बीमारियों की चेन शुरू करता है। खासकर तब जब आपकी डाइट हाई कैलोरी, प्रोसेस्ड फूड और फिजिकल एक्टिविटी ज़ीरो हो। जमा हुआ फैट केवल चर्बी नहीं होता बल्कि यह खुद एक एक्टिव ऑर्गन की तरह काम करता है, जो सूजन और हानिकारक केमिकल्स छोड़ता है। और यहीं से शुरू होता है अगला खतरा जिसे हम फैटी लिवर कहते है। वर्तमान में कई लोग फैटी लिवर की समस्या से पीड़ित हो रहै जिसका कारण मोटापा है।
अनहेल्दी खानपान और बैठा-बैठा जीवन
मोटापे के कारण जब शरीर में चर्बी बढ़ जाती है, तो उसका सीधा असर लिवर पर पड़ता है। नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) आज के समय की सबसे आम समस्या बन चुकी है। इसका मुख्य कारण है अनहेल्दी खानपान और बैठा-बैठा जीवन। जैसे-जैसे लिवर में फैट जमा होता है, शरीर में इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ने लगता है। नतीजा जिससे ब्लड शुगर कंट्रोल नहीं होता और डायबिटीज धीरे-धीरे दस्तक देने लगती है।
डायबिटीज का है फैटी लिवर से रिश्ता
इन दोनों का रिश्ता सीधा और खतरनाक है। फैटी लिवर इंसुलिन रेजिस्टेंस को बढ़ाता है और डायबिटीज को न्योता देता है। वहीं अगर किसी को पहले से डायबिटीज है, तो लिवर में फैट का जमाव और तेज़ हो जाता है। जिससे निकलना आसान नहीं, लेकिन नामुमकिन भी नहीं।
हेल्दी हैबिट्स से तोड़ें यह खतरनाक चेन
आहार ले संतुलित – ताजे फल, हरी सब्जियां, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन को डेली डाइट में शामिल करें।
प्रोसेस्ड फूड से बनाएं दूरी – ये लिवर और ब्लड शुगर दोनों को नुकसान पहुंचाते हैं।
30 मिनट करें शारिरक वर्क – वॉक, योगा या कोई भी फिजिकल एक्टिविटी ज़रूरी है।
वजन कम रखे – यह फैटी लिवर और डायबिटीज दोनों से बचाता है।
शराब और स्मोकिंग से बचें – ये लिवर को सीधा नुकसान पहुंचाते हैं और मेटाबॉलिज्म बिगाड़ते हैं।
रेगुलर चेकअप करवाएं – ब्लड शुगर और लिवर फंक्शन टेस्ट समय-समय पर ज़रूर कराएं।